इन दिनों कॉम्पैक्ट एसयूवी की जितनी तगड़ी जंग हमें बाजार में देखने को मिल रही है, उससे कहीं ज्यादा बड़ी जंग दो छोटी गाड़ियों के बीच चल रही है। दोनों ही कारें माइक्रो एसयूवी सेगमेंट को केटर करती हैं और एक से बढ़कर एक खूबियों के साथ लोगों को लुभा रही हैं। ये दोनों कारें हैं ह्युंडई की एक्सटर और टाटा की पंच। टाटा पंच जहां पर टॉप 10 बेस्ट सेलिंग एसयूवी में अपनी जगह बना चुकी है, वहीं एक्सटर भी पीछे नहीं है और तेजी के साथ होती इसकी बुकिंग भी जल्द ही इसको टॉप कारों की लिस्ट में शुमार कर लेगी। अब बात की जाए कि दोनों कारों में क्या फर्क है, तो डिजाइन और कॉस्मैटिक बदलावों के अलावा दोनों का फर्क बताना भी मुश्किल है। हां, दोनों की लंबाई और चौड़ाई में कुछ अंतर आपको जरूर कागजों में लिखा दिखेगा, लेकिन इसको आंख से देखकर बताना मुश्किल होगा।
डिजाइन और कॉस्मैटिक बदलाव
बात की जाए ह्युंडई एक्सटर की तो इसकी लंबाई 3815 मिमी है, जबकि पंच की लंबाई 3827 मिमी है। वहीं चौड़ाई के मामले में एक्सटर की चौड़ाई 1710 मिमी और पंच की 1742 मिमी है। एक्सटर का बूट स्पेस 391 लीटर और पंच का 366 लीटर है। इसके अलावा पंच का ग्राउंड क्लीयरेंस 187 मिमी और एक्सटर का 185 मिमी है।
कीमत में कौन ज्यादा कौन कम
एक्सटर के बेस वेरिएंट की कीमत 5.99 लाख रुपये एक्स शोरूम है, वहीं टॉप वेरिएंट 9.3 लाख रुपये एक्स शोरूम में आता है। ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस एक्सटर की कीमत 8 लाख रुपये एक्स शोरूम से शुरू होती है, वहीं इस सेगमेंट में टॉप वेरिएंट 10 लाख रुपये एक्स शोरूम में आता है। सीएनजी वेरिएंट की कीमत 8.2 लाख रुपये एक्स शोरूम है। वहीं पंच का बेस वेरिएंट एक्सटर से 1 हजार रुपये महंगा है और ये 6 लाख रुपये एक्स शोरूम में उपलब्ध है। वहीं टॉप वेरिएंट की कीमत 9.5 लाख रुपये है। पंच का ऑटोमैटिक वेरिएंट 7.5 लाख रुपये से शुरू हो जाता है।
इंजन और परफॉर्मेंस
एक्सटर और पंच के इंजन में आपको ज्यादा फर्क नहीं दिखेगा। दोनों ही कारें 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आती हैं। हालांकि एक्सटर का इंजन ज्यादा पैपी है क्योंकि ये 4 सिलेंडर है और पंच का इंजन 3 सिलेंडर में आता है। पंच का पावर आउटपुट ज्यादा है और ये 86 बीएचपी जनरेट करती है, वहीं एक्सटर 83 बीएचपी जनरेट करती है।
माइलेज में कौन आगे
एक्सटर का 4 सिलेंडर इंजन होने के बाद भी इसका माइलेज पंच से कुछ ज्यादा आता है। एक्सटर एक लीटर पेट्रोल में 19.5 का माइलेज देती है। वहीं पंच का माइलेज 18.9 का क्लेम किया जाता है। हालांकि नॉर्मल रनिंग कंडीशंस में दोनों ही कारों का माइलेज पहली सर्विस के बाद 20 से ज्यादा आता है। सीएनजी पर बात की जाए तो एक्सटर 28 से 30 किलोमीटर प्रति किलो और पंच 30 से 31 किलोमीटर प्रति किलो का माइलेज निकाल रही है।
फीचर्स की तुलना
पंच पहले आई इसलिए इसमें कुछ फीचर्स एक्सटर के मुकाबले में कम दिखते हैं। हालांकि इस कार को भी जल्द ही अपडेट मिल सकता है। पंच में 7 इंच की टचस्क्रीन, एंड्रॉइड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले कनेक्टिविटी, एक रियर-व्यू कैमरा, पार्ट डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, फॉलो-मी-होम हेडलैंप, क्रूज कंट्रोल, डुअल एयरबैग आपको देखने को मिलेगा। वहीं एक्सटर यहां एक कदम आगे है और इसमें 8 इंच का टचस्क्रीन, रियर कैमरा, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, 6 एयरबैग और वॉयस कमांड एक्टिवेशन के साथ सनरूफ, डैशकैम, वायरलेस चार्जिंग और एएमटी पैडल शिफ्टर्स जैसे नए फीचर्स भी हैं।
सेफ्टी फीचर्स
सेफ्टी के मामले में दोनों गाड़ियाँ बेहतर हैं, लेकिन एक्सटर यहां भी थोड़ा आगे है। पंच में दो एयरबैग्स, ईबीडी के साथ एबीएस, रिवर्स पार्किंग सेंसर्स, और हिल होल्ड कंट्रोल जैसे फीचर्स मिलते हैं। वहीं, एक्सटर में छह एयरबैग्स, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ईएससी), हिल असिस्ट कंट्रोल (एचएसी), और व्हीकल स्टेबिलिटी मैनेजमेंट (वीएसएम) जैसे उन्नत सेफ्टी फीचर्स भी मिलते हैं।
केबिन और इंटीरियर
पंच और एक्सटर दोनों ही गाड़ियों में प्रीमियम इंटीरियर मिलते हैं। पंच में आपको फैब्रिक अपहोल्स्ट्री, मैनुअल एसी, और इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल ओआरवीएम्स जैसे बेसिक फीचर्स मिलते हैं। वहीं, एक्सटर में थोड़ा ज्यादा प्रीमियम फील है और इसमें ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, लेदर अपहोल्स्ट्री, और इलेक्ट्रिक सनरूफ जैसे फीचर्स भी शामिल हैं।
ड्राइविंग एक्सपीरियंस
ड्राइविंग एक्सपीरियंस के मामले में भी दोनों गाड़ियाँ अपनी-अपनी खूबियों के साथ आती हैं। पंच का सस्पेंशन सेटअप थोड़ा सॉफ्ट है, जिससे यह खराब सड़कों पर भी अच्छी चलती है। वहीं, एक्सटर का सस्पेंशन थोड़ा सख्त है, जिससे हाईवे ड्राइविंग और कॉर्नरिंग में बेहतरीन स्टेबिलिटी मिलती है।
नतीजा: कौन सी कार खरीदें?
दोनों ही कारें बेहतरीन हैं और दोनों में ही यह बताना कि कौन सी कार किससे ज्यादा बेहतर है, गलत होगा। पंच और एक्सटर में यदि कोई बड़ा फर्क है तो वह डिजाइन का है। यदि आपको एक राउंडेड एसयूवी का डिजाइन पसंद आता है तो पंच आपके लिए परफेक्ट चॉइस है। यदि आप बॉक्सी लुक में कार को पसंद करते हैं तो एक्सटर आपके लिए बनी कार है।
पंच और एक्सटर दोनों ही गाड़ियाँ माइक्रो एसयूवी सेगमेंट में अपनी जगह बना चुकी हैं। दोनों की अपनी-अपनी खूबियाँ हैं और दोनों ही कारें अपनी-अपनी जगह पर बेस्ट हैं। अगर आप एक ऐसी कार चाहते हैं जो ज्यादा माइलेज दे, तो एक्सटर आपके लिए बेहतर चॉइस हो सकती है। वहीं, अगर आप ज्यादा पावरफुल इंजन और प्रीमियम फीचर्स के साथ एक भारतीय कंपनी की कार चाहते हैं, तो पंच आपके लिए बेहतर होगी।