उप-मुख्यमंत्री Mukesh Agnihotri की अध्यक्षता में आज हिमाचल पथ परिवहन निगम के निदेशक मंडल की 156वीं बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि निगम ने अपने बेड़े में पुरानी बसों की जगह 250 नई डीजल बसें और 50 टेम्पो ट्रैवलर खरीदने का निर्णय लिया है, जिस पर लगभग 105 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके अलावा, इस वर्ष निगम 24 नई सुपर लग्जरी बसें और 50 टेम्पो ट्रैवलर अपने बेड़े में शामिल करेगा। ये टेम्पो ट्रैवलर प्रदेश के दूर-दराज और जनजातीय क्षेत्रों में पुरानी बसों की जगह चलेंगी। इन बसों की खरीद निगम अपने संसाधनों से करेगा। साथ ही, निगम 25 करोड़ रुपये की इलेक्ट्रिक बसें भी खरीदेगा।
उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि टाइप-1 की 327 बसों और टाइप-3 की इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए 15 जून 2024 को निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि बसों में यात्रियों द्वारा कैशलेस माध्यम से किराए का भुगतान करने के लिए परिचालकों को प्रोत्साहित करने हेतु त्रैमासिक आधार पर मंडलीय स्तर पर तीन परिचालकों को पुरस्कृत किया जाएगा। यह योजना 31 दिसंबर 2024 तक लागू रहेगी। इसके साथ ही, 350 बस चालकों की रुकी हुई भर्ती प्रक्रिया को जल्द शुरू करने का निर्णय लिया गया है। निगम में चालकों के 600 पद रिक्त हैं और अगले दो वर्षों में लगभग 800 चालक सेवानिवृत्त हो रहे हैं, इसलिए चालकों की भर्ती प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाएगा। निगम के कर्मचारियों को 18 जनवरी 2024 के बाद देय चिकित्सा प्रतिपूर्ति, वेतन भोगियों तथा पेंशन भोगियों को 55.36 लाख रुपये का भुगतान किया गया है।
Mukesh Agnihotri ने बताया कि निगम के प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में रिसोर्स मोबिलाइजेशन समिति का गठन किया गया है। यह समिति निगम को हो रहे घाटे के कारणों का पता लगाकर अपनी रिपोर्ट बोर्ड को प्रस्तुत करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में परिवहन के सीमित साधन हैं और लोग परिवहन सुविधा के लिए एचआरटीसी पर निर्भर करते हैं। निगम महिलाओं और विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारियों को रियायती दरों पर सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है। निगम की बसें परिवहन सेवा से वंचित क्षेत्रों में भी सेवाएं प्रदान कर रही हैं और रोजाना लगभग 5 लाख यात्रियों को बेहतर सुविधा दे रही हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने निगम की बसों की बेहतरीन तस्वीरें और वीडियो बनाकर भेजी थीं, उन्हें सम्मानित किया गया है। इसी तरह, जो कर्मचारी अपने रूट पर अच्छी आमदनी करेंगे, उन्हें भी निगम द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि निगम के सभी कर्मचारियों की वार्षिक चिकित्सा जांच करवाई जाएगी ताकि उनका बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित हो सके।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि बस अड्डा निगम की बैठक का भी आयोजन किया गया जिसमें नए सदस्य शामिल हुए। प्रदेश में बस अड्डों की स्थिति का जायजा लिया गया और उनमें सुधार करने के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। धर्मशाला में बन रहे बस अड्डे के लंबित कार्य के मद्देनजर प्रबंध निदेशक को कार्य कर रही एजेंसी को कारण बताओ नोटिस जारी करने और अगली बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए। इसी तरह मैक्लोडगंज और शिमला के बस अड्डों से संबंधित मामलों पर भी चर्चा हुई। बद्दी और फतेहपुर में बस अड्डों का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि निगम की लंबित राशि को जल्द जारी किया जाएगा ताकि निगम के कर्मचारियों के हित में और बेहतर निर्णय लिए जा सकें। बैठक का संचालन प्रबंध निदेशक हिमाचल पथ परिवहन निगम रोहन चंद ठाकुर ने किया और उप-मुख्यमंत्री तथा गैर-सरकारी सदस्यों को निगम द्वारा आगे भी बेहतर कार्य करने का आश्वासन दिया।